स्तोत्र

शुभं करोति कल्याणम

॥ शुभं करोति कल्याणम ॥ शुभं करोति कल्याणम आरोग्यं धनसंपदा ।शत्रुबुद्धि विनाशाय दीपज्योति नमोऽस्तुते ॥दिव्या दिव्या दिपत्कार कानी कुंडले मोतीहार ।दिव्याला पाहून नमस्कार ॥१॥ दिवा लावला देवांपाशी, उजेड पडला तुळशीपाशी ।माझा नमस्कार सर्व देवांपाशी ॥२॥ ये गे लक्ष्मी बैस गे बाजे, आमुचे घर तुला सारे ।तिळाचे तेल कापसाची वात, दिवा जळो मध्यान्हात ॥घरातली इडापिडा बाहेर […]

शुभं करोति कल्याणम Read More »

संकटनाशक गणेश स्तोत्र

॥ संकटनाशक गणेश स्तोत्र ॥ प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् । भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायु:कामार्थसिद्धये ॥१॥ प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् । तृतीयं कृष्णपिङ्गगाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ॥२॥ लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च । सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम् ॥३॥ नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् । एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम् ॥४॥ द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं य: पठेन्नर: । न च विघ्नभयं तस्य

संकटनाशक गणेश स्तोत्र Read More »

श्री स्वामी समर्थाष्टक

॥ श्री स्वामी समर्थाष्टक ॥ असें पातकी दीन मीं स्वामी राया । पदी पातलो सिद्ध व्हा उद्धराया ॥नसे अन्य त्राता जगी या दीनाला ।समर्थां तुझ्यावीण प्रार्थू कुणाला ॥ १ ॥ मला माय न बाप न आप्त बंधू ।सखा सोयरा सर्व तू दीन बंधू ॥तुझा मात्र आधार या लेकराला ।समर्था तुझ्यावीण प्रार्थू कुणाला ॥ २ ॥ नसे

श्री स्वामी समर्थाष्टक Read More »

श्री नृसिंहसरस्वती प्रार्थना

॥ श्री नृसिंहसरस्वती प्रार्थना ॥ ।। श्री गणेशाय नमः ।। ।। ॐ द्रां दत्तात्रेयाय नमः ।। अनसूयात्मज हे जगपालका ।तुजविण न जगी कुणी बालका ।तरी कथी स्मरु मी कवणा प्रती ।शरण मी नरसिंह सरस्वती ।।१।। मग मला गमला पथ हा बरा ।तव पदीच असो नित्य आसरा ।पुरती हेतू कधीं मम हे कथीं ।करी दया नरसिंह

श्री नृसिंहसरस्वती प्रार्थना Read More »

करुणात्रिपदी

॥ करुणात्रिपदी ॥– श्रीमद्वासुदेवानन्‍द सरस्वती स्वामी विरचित १शांत हो श्रीगुरुदत्ता। मम चित्ता शमवी आता।।ध्रु।।तू केवळ माता जनिता। सर्वथा तू हितकर्ता।।तू आप्तस्वजन भ्राता। सर्वथा तूचि त्राता।।भयकर्ता तू भयहर्ता। दंडधर्ता तू परिपाता।तुजवाचुनि न दुजी वार्ता। तू आर्ता आश्रय दत्ता (आश्रयदाता) ।।शांत हो । शांत हो श्रीगुरुदत्ता…… ।।१।। अपराधास्तव गुरुनाथा। जरि दंडा धरिसी यथार्था।।तरि आम्ही गाउनि गाथा। तव

करुणात्रिपदी Read More »

शिव तांडव स्तोत्र

॥ शिव तांडव स्तोत्र ॥– रावण कृत जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थलेगलेऽवलम्ब्यलम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्‌।डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयंचकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिवो शिवम्‌ ॥१॥ जटाकटाहसंभ्रमभ्रमन्निलिंपनिर्झरीविलोलवीचिवल्लरी विराजमानमूर्धनि।धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावकेकिशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ॥२॥ धराधरेंद्रनंदिनी विलासबन्धुबन्धुरस्फुरद्दिगंतसंतति प्रमोद मानमानसे।कृपाकटाक्षधोरणी निरुद्धदुर्धरापदिक्वचिद्विगम्बरे मनोविनोदमेतु वस्तुनि ॥३॥ जटाभुजंगपिंगलस्फुरत्फणामणिप्रभा कदंबकुंकुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे।मदांधसिंधुरस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरेमनोविनोदद्भुतं बिंभर्तुभूतभर्तरि ॥४॥ सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखरप्रसूनधूलिधोरणी विधूसरांघ्रिपीठभूः।भुजंगराजमालयानिबद्धजाटजूटकःश्रियैचिरायजायतां चकोरबंधुशेखरः ॥५॥ ललाटचत्वरज्वलद्धनंजयस्फुलिङ्गभा निपीतपंचसायकंनमन्निलिंपनायकम्‌।सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरंमहाकपालिसंपदे शिरोजटालमस्तुनः ॥६॥ करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वलद्धनंजया धरीकृतप्रचंडपंचसायके।धराधरेंद्रनंदिनीकुचाग्रचित्रपत्रकप्रकल्पनैकशिल्पिनी त्रिलोचनेरतिर्मम ॥७॥ नवीनमेघमंडलीनिरुद्धदुर्धरस्फुरत्कुहुनिशीथनीतमः प्रबद्धबद्धकन्धरः।निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिंधुरःकलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरः ॥८॥ प्रफुल्लनीलपंकजप्रपंचकालिमप्रभाविडंबि कंठकंध रारुचि प्रबंधकंधरम्‌।स्मरच्छिदं

शिव तांडव स्तोत्र Read More »

श्री रामरक्षा स्तोत्र, Ram Raksha Stotra, रामरक्षा स्तोत्र फायदे, Ram Raksha Stotra Benefits, रामरक्षा स्तोत्र पाठ, Ram Raksha Stotra Path, रामरक्षा स्तोत्र मराठीत, Ram Raksha Stotra in Marathi, श्रीराम स्तोत्र, Shri Ram Stotra, रामरक्षा स्तोत्राचे महत्त्व, Importance of Ram Raksha Stotra, रामरक्षा स्तोत्र संपूर्ण, Ram Raksha Stotra Full, श्रीरामाचे स्तोत्र, Powerful Stotra of Lord Rama, रामरक्षा स्तोत्र इतिहास, Ram Raksha Stotra History, रामरक्षा स्तोत्र कथा, Ram Raksha Stotra Meaning, रामरक्षा स्तोत्र पठणाचे फायदे, Ram Raksha Stotra Chanting Benefits, रामरक्षा स्तोत्राचे चमत्कारी प्रभाव, Ram Raksha Stotra Miracles, श्रीरामरक्षा स्तोत्र डाउनलोड, Ram Raksha Stotra PDF Download, रामरक्षा स्तोत्र मराठीत PDF, रामरक्षा स्तोत्राचे लाभ, How to Recite Ram Raksha Stotra

श्री रामरक्षा स्तोत्र

॥ श्री राम रक्षा स्तोत्र ॥ Shri Ramraksha Stotra श्री रामरक्षा स्तोत्र हे भगवान श्रीरामाचे स्तुतीपर आणि संरक्षण करणारे एक अत्यंत प्रभावी व शक्तिशाली स्तोत्र आहे. याचे रचनाकार बुधकौशिक ऋषी आहेत. असे मानले जाते की, भगवान शंकरांनी स्वप्नात त्यांना हे स्तोत्र सांगितले आणि त्याने प्रेरित होऊन त्यांनी हे संकलित केले. श्री रामरक्षा स्तोत्र पाठ करण्याचे

श्री रामरक्षा स्तोत्र Read More »

श्री दत्त भावसुधारस स्तोत्र

॥ श्री दत्त भावसुधारस स्तोत्र ॥ दत्तात्रेयं परमसुखमयं वेदगेयं ह्यमेयं योगिध्येयं हृतनिजभयं स्वीकृतानेककायम् ।दुष्टागम्यं विततविजयं देवदैत्यर्षिवन्द्यं वन्दे नित्यं विहितविनयं चाव्ययं भावगम्यम् ॥ १ ॥ दत्तात्रेय नमोऽस्तु ते भगवते पापक्षयं कुर्वते दारिद्र्यं हरते भयं शमयते कारुण्यमातन्वते ।भक्तानुद्धरते शिवं च ददते सत्कीर्तिमातन्वते भूतान् द्रावयते वरं प्रददते श्रेयः पते सद्गते ॥ २ ॥ एकं सौभाग्यजनकं तारकं लोकनायकम् ।

श्री दत्त भावसुधारस स्तोत्र Read More »

उच्छिष्ट गणपति स्तोत्र

॥ उच्छिष्ट गणपति स्तोत्र ॥ देव्युवाच । नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम् ।गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभवासनं च ॥ १ ॥ केयूरिणं हारकिरीटजुष्टं चतुर्भुजं पाशवराभयानि ।सृणिं च हस्तं गणपं त्रिनेत्रं सचामरस्त्रीयुगलेन युक्तम् ॥ २ ॥ षडक्षरात्मानमनल्पभूषं मुनीश्वरैर्भार्गवपूर्वकैश्च ।संसेवितं देवमनाथकल्पं रूपं मनोज्ञं शरणं प्रपद्ये ॥ ३ ॥ वेदान्तवेद्यं जगतामधीशं देवादिवन्द्यं सुकृतैकगम्यम् ।स्तम्बेरमास्यं ननु चन्द्रचूडं विनायकं तं

उच्छिष्ट गणपति स्तोत्र Read More »

श्री गणेश पन्चरत्न स्तोत्र

॥ श्री गणेश पन्चरत्न स्तोत्र ॥ || श्री गणेशाय नमः ||श्री गणेश पन्चरत्न स्तोत्र मुदाकरात्त मोदकं सदा विमुक्तिसाधकम् | कलाधरावतंसकं विलासि लोकरक्षकम् |अनायकैक नायकं विनाशितेभदैत्यकम् | नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ||१|| नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरम् | नमत्सुरारि निर्जरं नताधिकापदुद्धरम् |सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं | महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ||२|| समस्त लोकसंकरं निरस्तदैत्यकुंजरम्| दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम्|कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं

श्री गणेश पन्चरत्न स्तोत्र Read More »

Scroll to Top